आदरणीय साधक, श्रद्धालुजन….!!! राम नाम न केवल हमारी संस्कृति की आत्मा है, बल्कि हमारे जीवन की दिशा भी है — राम नाम जप। भारतीय संस्कृति में “राम” नाम को परम साधना, मोक्ष का द्वार, और आत्मिक शुद्धि का अमृत माना गया है। यह नाम केवल एक शब्द नहीं, बल्कि एक चेतना है — एक शाश्वत ऊर्जा, जो हमारे भीतर के अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाती है।
“राम नाम बिनु गति नहिं कोई, राम नाम बिनु उद्धार न होई।”
राम नाम वह मंत्र है जो अज्ञान को ज्ञान में, अशांति को शांति में, और अहंकार को समर्पण में परिवर्तित करता है। यह नाम त्रेता युग की मर्यादा, धर्म की प्रतिष्ठा, और भक्ति की गहराई का प्रतीक है।
आत्मशुद्धि का अर्थ है — अहंकार, क्रोध, लोभ, मोह जैसे विकारों से मुक्ति। राम नाम जप इस शुद्धि का सबसे सरल और प्रभावशाली मार्ग है। यह एक अंतःक्रांति है — जहाँ हम अपने भीतर के अंधकार को पहचानते हैं और उसे राम नाम के प्रकाश से मिटाते हैं।
जब हजारों, लाखों लोग एक साथ राम नाम जप करते हैं, तो एक सामूहिक ऊर्जा उत्पन्न होती है — जो समाज में शांति, सद्भाव और सेवा की भावना को जागृत करती है। यह केवल व्यक्तिगत साधना नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक जन-आंदोलन है।
इसी भावना को ध्यान में रखते हुए, हमने डिजिटल सेवा प्रारंभ की है — जहाँ हर भक्त, हर साधक, कहीं से भी इस साधना से जुड़ सके।
यह सेवा एक आध्यात्मिक पुल है — जो भक्तों को एक-दूसरे से जोड़ती है, और प्रभु से भी।
श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी ने राम नाम लेखन को जन-जन तक पहुँचाया। उनकी प्रेरणा से ‘कल्याण’ पत्रिका ने भक्ति, सेवा और साधना का संदेश फैलाया। उनका दृष्टिकोण था:
“राम नाम लेखन आत्मा का उत्थान करता है। यह साधना नहीं, सेवा है।”
हमारी डिजिटल सेवा उसी दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रही है — सेवा के माध्यम से साधना।
आज के समय में, जब मन चंचल है, जीवन भागदौड़ से भरा है, और आत्मा बेचैन है — राम नाम जप एक डिजिटल डिटॉक्स बन जाता है। यह हमें स्क्रीन से हटाकर आत्मा से जोड़ता है। यह जीवन को दिशा, उद्देश्य और दिव्यता देता है।
आइए, हम सब मिलकर इस आध्यात्मिक अभियान को आगे बढ़ाएँ। आइए, हम राम नाम के दीपक जलाएँ — अपने भीतर, अपने परिवार में, और समाज में। आइए, हम इस डिजिटल सेवा को भक्ति का माध्यम, सेवा का साधन, और साधना का पथ बनाएँ।
राम नाम जप एक सर्वसुलभ, सरल और प्रभावशाली साधना है। यह आत्मा को शुद्ध करता है, मन को स्थिर करता है, और जीवन को दिव्यता से भरता है। डिजिटल सेवा के माध्यम से यह साधना अब हर घर, हर हृदय तक पहुँच रही है।
“राम नाम जप से जीवन में शांति आती है, और आत्मा को उसका मूल स्वरूप प्राप्त होता है।”
आप सभी से विनम्र निवेदन है — इस सेवा से जुड़ें, इसे फैलाएँ, और राम नाम के प्रकाश को जन-जन तक पहुँचाएँ।
जय श्रीराम 🙏